अब कोई हिरोशिमा नहीं – अब कोई युद्ध नहीं!

Spread the love

मुंबई / अकबर खान

मुंबई : मुंबई आज़ाद मैदान मे मुंबई के लगभग 600 कॉलेज छात्रों द्वारा शांति और परमाणु मुक्त विश्व के लिए आह्वान 78वें हिरोशिमा-नागासाकी दिवस की पूर्व संध्या पर

आज, हम दुनिया भर के लाखों लोगों के साथ मिलकर परमाणु हथियारों और सभी हथियारों के पूर्ण उन्मूलन के लिए अथक प्रयास करने की शपथ लेते हैं…”, परमाणु बम की भयावहता को चित्रित करते हुए छात्रों के नेतृत्व में, एसएनडीटी और मुंबई विश्वविद्यालय के 25 कॉलेजों के लगभग 600 एनएसएस स्वयंसेवकों, शहर के सामाजिक कार्यकर्ताओं और शांतिप्रिय नागरिकों ने आज, 5 अगस्त को मुंबई के आज़ाद मैदान मे मार्च निकाला और शांति और परमाणु मुक्त दुनिया के लिए शपथ ली। छात्राएँ ‘नो मोर हिरोशिमा’ और ‘हम विकास करना चाहते हैं, विस्फोट नहीं’ रोटी चाइए बम नहीं, शिक्षा चाइए बम नहीं, जैसे नारे लिखे बड़े बैनर तथा ‘नो बम, यस पीस’, ‘नो वॉर, यस पीस’ जैसे लिखे तख्तियां, बैनर, लिए हुए थे। बता दे की ये शांति रैली आज़ाद मैदान से शुरू होकर हुतात्मा चौक पर समाप्त होंगी , जहाँ छात्रों ने शांति और परमाणु मुक्त विश्व के लिए काम करने की शपथ ली। मुंबई विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक डॉ. सुशील शिंदे और एसएनडीटी विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक प्रो. नितिन प्रभुतेंदोलकर ने पूरे समूह को शपथ दिलाई। शांति रैली का आयोजन बॉम्बे सर्वोदय मंडल और मुंबई शहर के कॉलेजों की एनएसएस इकाइयों द्वारा संयुक्त रूप से द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका द्वारा किए गए घातक परमाणु हमले से हिरोशिमा और नागासाकी की तबाही की 78वीं वर्षगांठ मनाने के लिए किया गया था। हवाई बमबारी में कुल मिलाकर 129,000 से 226,000 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश नागरिक थे और परमाणु मुक्त दुनिया बनाने के लिए दुनिया के लाखों लोगों की प्रार्थनाओं में हाथ मिलाना था। मुंबई के अलग-अलग महाविद्यालयों में ‘परमाणु निरस्त्रीकरण
जागृती अभियान’ चलाया गया. इस अभियान के तहत हिरोशिमा पर हुए अणुबम हमले की जानकारी देनेवाली
डोक्युमेंटरी, पोस्टर प्रदर्शनी और व्याख्यानों का आयोजन किया गया. परमाणु हथियारों के विपरीत परिणामों से
विद्यार्थिओं को जाग्रत करने हेतू यह अभियान चलाया गया था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Call Now Button