मुंबई / अकबर खान
मुंबई, मुंबई गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही नीलकमल बोट नेवी के जहाज से टक्कर के बाद समुद्र में डूब गई। हादसे में नेवी के 4 कर्मियों और बोट पर सवार 9 सिविलियन लोगों की मौत हो गई है।
जानकारी के मुताबिक, 80 लोगों की क्षमता वाली नीलकमल बोट में 20 बच्चों समेत करीब 110 यात्री सवार थे। इनमें से 101 का रेस्क्यू कर लिया गया है। हादसा उरण के पास बुधवार शाम करीब 3:55 बजे हुआ। मुंबई से एलिफेंटा गुफाओं की ओर जाते समय अरब सागर में बुचर द्वीप के पास नौसेना की गश्ती स्पीड बोट ने नाव को टक्कर मार दी, जिसकी वजह से नाव में पानी भर गया और वह डूब गई।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 8:25 बजे विधानसभा में बताया कि रेस्क्यू किए गए लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। राज्य सरकार सभी मृतकों के परिजन को 5 लाख रुपए देगी। पुलिस और नेवी मिलकर हादसे की जांच करेगी।
नौसेना की 11 बोट,को 4 हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू हुआ
जानकारी के मुताबिक, नौसेना, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT), तटरक्षक बल, यलोगेट पुलिस स्टेशन 3 और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से राहत और बचाव कार्य को अंजाम दिया गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन में नौसेना की 11 बोट, मरीन पुलिस की 3 बोट और कोस्ट गार्ड की 1 बोट लगी। 4 हेलीकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे। यात्रियों को गेटवे ऑफ इंडिया वापस लाया गया। जहां से उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
नेवी ने कहा- कैप्टन स्पीडबोट पर नियंत्रण खो बैठाथा
नौसेना ने X पर पोस्ट कर बताया कि नौसेना का जहाज इंजन ट्रायल पर था। कैप्टन उस पर से नियंत्रण खो बैठा और जहाज नीलकमल बोट से टकरा गया। चार नेवी हेलीकॉप्टर, 11 नेवी जहाज, एक कोस्ट गार्ड बोट और तीन समुद्री पुलिस बोट रेस्क्यू में जुटे। नेवी और सिविल जहाजों ने लोगों का रेस्क्यू करके अस्पतालों में पहुंचाया। हादसे में 13 लोगों की जान गई है। नीलकमल बोट से टकराने वाली स्पीडबोट में नेवी के 6 कर्मी सवार थे, जिनमें से 4 की मौत हो गई है। इनमें एक नेवी कर्मी और दो OEM (ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर) शामिल हैं। जबकि नौसेना कर्मी गंभीर रूप से घायल है।