मुंबई, महाराष्ट्र के कोल्हापुर में ऐतिहासिक विशालगढ़ किले को अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर बवाल जारी l रविवार को भी यहां झड़पें हुईं और भीड़ ने एक मस्जिद में तोड़फोड़ की. साथ ही मस्जिद पर चढ़कर भगवा झंडा फहराया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
इस घटना की विपक्षी दलों ने निंदा की है. कोल्हापुर से कांग्रेस सांसद साहू छत्रपति महाराज ने विशालगढ़ किले के आसपास बसे गांव का दौरा किया. पुलिस ने साहू महाराज को विशालगढ़ किले के विवादित क्षेत्र में जाने से रोक दिया. इसके बाद साहू महाराज ने विशालगढ़ इलाके में तोड़ी गई मस्जिद का निरीक्षण किया. इस मौके पर स्थानीय लोगों ने साहू महाराज के सामने अपनी शिकायतें रखीं. अतिक्रमण के खिलाफ संभाजी राजे आक्रामक विशालगढ़ पर अतिक्रमण के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से साहू महाराज के बेटे संभाजी राजे ने आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं. इसके बाद जब संभाजी राजे विशालगढ़ के इलाके में गए तो कुछ लोग हिंसक हो गए और विशालगढ़ के इलाके में तोड़फोड़ की. इसी पृष्ठभूमि में साहू महाराज ने पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए निरीक्षण किया. स्थानीय लोगों ने सांसद को बताया कि हम लोग भागे, इसलिए जान बच गयी. साहू महाराज ने विशालगढ़ इलाके में हुई हिंसा की घटना की निंदा की और कहा, ”सरकार को विशालगढ़ क्षेत्र में नुकसान झेलने वालों को तुरंत मुआवजा देना चाहिए. यह घटना जिला प्रशासन और पुलिस की विफलता का सबूत है.” कोल्हापुर में बवाल
विशालगढ़ किले में ही हजरत सैयद मलिक रेहान मीर साहब की दरगाह और एक मस्जिद है. इसके पास ही अवैध अतिक्रमण है. इस अतिक्रमण को हटाने के लिए सोमवार को हिंदू संगठनों के लोग जुटे थे. इस दौरान भीड़ ने आपत्तिजनक नारे लगाए. जब दूसरे पक्ष को इसकी जानकारी हुई तो वे भी आ गए. देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया.
द क्विंट की रिपोर्ट के मुताबिक, गजपुर में कुछ घरों में कथित तौर पर आग लगा दी गई जबकि कई अन्य घरों और दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई. DGP से मुलाकात कोल्हापुर मामले में महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता और विधायक असलम शेख और अमीन पटेल महाराष्ट्र के डीजीपी रश्मि शुक्ला से मुलाकात करेंगे. असलम शेख ने मस्जिद में तोड़फोड़ की निंदा की है.
मंत्री ने क्या कहा?
विशालगढ़ की घटना पर महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मंत्री और शिंदे गुट के नेता अब्दुल सत्तार ने कहा कि जिन लोगों ने मस्जिद में तोड़फोड़ की है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी दस्तावेजों की जांच के बाद सारी परिस्थितियां सामने आ जाएंगी.
मंत्री ने संभाजी राजे और इम्तियाज जलील (एआईएमआईएम के नेता) दोनों से इस बात का ध्यान रखने का अनुरोध करता हूं कि विशालगढ़ मामले में कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो.
अब्दुल सत्तार ने कहा कि विशालगढ़ मामले में वक्फ बोर्ड के आयुक्त और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मस्जिद को हुए नुकसान की जांच करने जाएंगे.