मुंबई / अकबर खान
मुंबई, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को धर्मवीर स्वराज्य रक्षक छत्रपति शंभाजी महाराज कोस्टल रोड के दूसरे चरण का उद्घाटन किया। यह सड़क वर्ली और मरीन ड्राइव को जोड़ती है। एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने के बाद, यह कोस्टल रोड वर्ली और मरीन ड्राइव के बीच यात्रा के समय को आधे से ज्यादा कम कर देगी।
सोमवार को उद्घाटन किया गया कोस्टल रोड परियोजना का दूसरा चरण है, जो मरीन ड्राइव से हाजी अली तक का उत्तर दिशा का कैरिजवे है। यह मंगलवार 11 जून से लोगों के लिए खुल जाएगा। उद्घाटन के दौरान, सीएम शिंदे ने कहा, “आज धर्मवीर स्वराज्य रक्षक छत्रपति शंभाजी महाराज कोस्टल रोड का दूसरा चरण खोल दिया गया है। यह सुरंग हाजी अली और अमरसोंस से 6.25 किमी लंबी है। जुलाई के महीने में इसे वर्ली तक खोला जाएगा। इस सुरंग के निर्माण में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यात्रा का समय 40-50 मिनट से घटकर 8 मिनट हो जाएगा…”
दक्षिण दिशा की तरह, जिसे इस साल मार्च में वाहनों के लिए खोला गया था, कोस्टल रोड का उत्तरी हिस्सा सप्ताह के दिनों में सुबह 7 बजे से रात 11 बजे के बीच चालू रहेगी। फिलहाल, दक्षिण का हिस्सा वर्ली और मरीन ड्राइव के बीच यात्रा करने वाले वाहनों की जरूरतों को पूरा करता है। यह सड़क बीएमसी द्वारा बनाई जा रही है और इसका मुख्य उद्देश्य दक्षिण मुंबई और पश्चिमी उपनगरों के बीच ट्रैफिक को सुचारू करना है। एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने के बाद इस मार्ग पर यात्रा के समय में 70 प्रतिशत से ज्यादा की कमी आएगी। जबकि ईंधन की खपत में 34 प्रतिशत की कटौती होगी। एमसीआर निर्माण परियोजना पर अब तक कुल 13,984 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। एक बार कोस्टल रोड पूरी तरह से चालू हो जाने के बाद, यात्रा का समय 40-50 मिनट से घटकर सिर्फ 8 मिनट हो जाएगा।मुंबई कोस्टल रोड के उद्घाटन के दौरान सीएम एकनाथ शिंदे के बयान के अनुसार, यह परियोजना जुलाई 2024 तक पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगी।कोस्टल रोड में 4+4 लेन का लेआउट है। जिसमें आधुनिक बुनियादी ढांचे के एलिमेंट्स की एक श्रृंखला है। इसमें अमरसों गार्डन, हाजी अली और वर्ली सीफेस जैसे स्थानों पर प्रमुख इंटरचेंज भी हैं ताकि रूट पर ट्रैफिक फ्लो सुचारू हो सके।