Maharashtra Seat Sharing: महाराष्ट्र के सत्ताधारी गठबंधन महायुति के तीन साझेदारों यानी बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी को मुख्य रूप से कई सीटों पर उनके द्वारा किए गए दावों और प्रतिदावों के कारण एक समझ पर पहुंचने में लंबा समय लगा. सत्तारूढ़ गठबंधन ने पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी और महाराष्ट्र में राज्य सरकार द्वारा किए गए काम के आधार पर कुल 48 सीटों में से 45 सीटें जीतने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है.
मुंबई. महाराष्ट्र के सत्ताधारी गठबंधन महायुति यानी बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी गठबंधन ने कई दिनों की कड़ी सौदेबाजी के बाद आखिरकार महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे के समझौते पर मुहर लगा दी है. इस समझौते के अनुसार, 48 सीटों में से बीजेपी को 28, शिवसेना को 15, एनसीपी को 4 और राष्ट्रीय समाज पक्ष को 1 सीट मिली है.
महायुति के तीन साझेदारों को मुख्य रूप से कई सीटों पर उनके द्वारा किए गए दावों और प्रतिदावों के कारण एक समझ पर पहुंचने में लंबा समय लगा. सत्तारूढ़ गठबंधन ने पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी और महाराष्ट्र में राज्य सरकार द्वारा किए गए काम के आधार पर कुल 48 सीटों में से 45 सीटें जीतने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है. पीएम मोदी ने अब तक राज्य में लगभग नौ रैलियों को संबोधित किया है और चुनाव के अगले तीन चरणों के दौरान और अधिक रैलियों को संबोधित करने की उम्मीद है
इन सीटों पर लड़ेगी भाजपा
बीजेपी द्वारा लड़ी जा रही 28 सीटों की सूची में मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर पूर्व, मुंबई उत्तर मध्य, नागपुर, चंद्रपुर, भंडारा-गोंदिया, गढ़चिरौली-चिमूर, अकोला, अमरावती, वर्धा, नांदेड़, लातूर, सोलापुर, माधा, सतारा, रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग, नंदुरबार, जलगांव, रावेर, जालना, पुणे, सांगली, अहमदनगर, बीड, धुले, डिंडोरी, पालघर और भिवंडी शामिल हैं. पार्टी ने कहा कि वह गुरुवार को पालघर के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा करेगी.
शिवसेना-एनसीपी को मिलीं ये सीटें
शिवसेना मुंबई दक्षिण, मुंबई उत्तर पश्चिम, मुंबई दक्षिण मध्य, ठाणे, नासिक, कल्याण, कोल्हापुर, हटकनंगले, हिंगोली, यवतमाल-वाशिम, शिरडी, रामटेक, बुलढाणा, मावल और औरंगाबाद से चुनाव लड़ रही है. वहीं एनसीपी को बारामती, रायगढ़, धाराशिव और शिरूर मिले हैं, जबकि उसने परभणी सीट राष्ट्रीय समाज पक्ष के लिए छोड़ दी है.