महाराष्ट्र मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सामाजिक न्याय विभाग के फंड को डायवर्ट कर दिया, जिस से अम्बेडकर समुदाय में गुस्से की लहर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ राज्य भर में आंदोलन की चेतावनी दी – चन्द्रशेखर कांबले (छात्र)।
मुंबई / संवादाता
मुंबई, भारत रत्न डाॅ. बाबासाहब अम्बेडकर ने वर्ष 1945 में गरीब एवं निर्धन छात्रों के लिए पीपुल्स एजुकेशन की स्थापना की थी,जिसे सामाजिक न्याय मंत्री ने सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स आनंद भवन के नवीनीकरण के लिए। 12 करोड़ 42 लाख रुपये मंजूर किये लेकिन काम अधूरा रह गाय 42 करोड़ रुपये की बढ़ी हुई राशि का प्रस्ताव लोक निर्माण सामाजिक न्याय विभाग के सौंप दिया है ,काम पूरा नहीं होने के कारण कॉलेज की हालत बोगड़ी हुवी है लिफ्ट भी बंद है, कॉलेज के रखरखाव के अभाव में नए छात्र प्रवेश लेने से डर रहे हैं, कुछ छात्र कॉलेज छोड़ कर जा रहे हैं, कोई छात्र नहीं तो कैसे चलेगा कॉलेज? ये चिंता का विषय बना हुवा है l इसे लेकर अधिकारी कॉलेज को बंद करने की योजना बना रहे हैं. मुख्यमंत्री को कई बार पत्र लिखकर अनुरोध किया गया, लेकिन मुख्यमंत्री ने इसपर कोई जवाब नहीं दिया यहाँ तक हमें समय नहीं दिया l वही सभी कॉलेज में 31 सितंबर तक रिक्तियां भरने की अनुमति है, लेकिन सरकार महाविद्यालय को अनुमति नहीं दे रही है सिद्धार्थ कॉलेज बंद होने से छात्रों को काफ़ी नुक्सान होसकता है l
सिद्धार्थ लॉ कॉलेज, फोर्ट, व डॉ. अंबेडकर लॉ कॉलेज, वडाला में प्रिंसिपल के तौर पर उच्च शिक्षित पीएचडी धारक का होना अनिवार्य है, सरकार ने संस्था पर विचार किए बिना प्रभारी प्रिंसिपल के पद पर लाइब्रेरियन को अनुमति दे दी है, इसलिए मान्यता रद्द होने की संभावना है कॉलेज, प्राचार्यों की भर्ती, शिक्षकों की भर्ती को सरकार मंजूरी नहीं दे रही l इसलिए भारत रत्न डाॅ. बाबा साहब अंबेडकर द्वारा स्थापित कॉलेजों को बंद किया जाएगा।