मुंबई / (एजेंसी)
मुंबई: सावन के महीने में निकलने वाली कावड़ यात्रा से पहले इस वक्त देश में यूपी सरकार का एक फैसला चर्चा का विषय बना हुआ है. योगी सरकार ने कवाड़ रूट पर दुकानदारों को अपने नाम वाले बोर्ड लगाने का आदेश जारी किया है, जिसका इंडिया गठबंधन के नेता विरोध कर रहे हैं. दुकानदारों को नेम बोर्ड लगाने के निर्देश पर जामिया ने भी चिंता
जताई ,वही लीगल सेल की बैठक मे
कानूनी कार्रवाई के संकेत,दिए योगी
सरकार से पूछा कि विकसित मे भारत ऐसा बनेगा? गुरु गोगोई ने भी उठाई आवाज असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी के साथ-साथ सेक्युलर पार्टियों पर भी हमला बोला. बता दे की पूरे उत्तर प्रदेश में
विशेषकर कावड़ यात्रा के रास्ते में सभी दुकानें
खाद्य दुकानों और स्टालों के मालिक
बोर्ड का नाम मोटे अक्षरों में लिखा होना चाहिए धर्म की आड़ में सरकार के फैसले से नफरत फैलाई जा रही है l इसे जामिया उलेमा
सियासत का नया खेल, बता रहे हैं.
सरकार के इस कदम पर शनिवार को भी हंगामा हुआ
तीखी आलोचनाएं हुईं लेकिन यूपी सरकार पर कोई असर नहीं हुआ
उत्तराखंड की भाजपा सरकार बनने के बाद हरिद्वार मे भी ऐसा ही निर्णय लागू किया है
मध्य प्रदेश में भी ऐसे ही आदेश जारी करने के लिए मांग की जा रही है. योगी सरकार ने कवाड़ रूट पर दुकानदारों को अपने नाम वाले बोर्ड लगाने का आदेश जारी किया है, जिसका इंडिया गठबंधन के नेता विरोध कर रहे हैं. इस मामले में अब मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद का बयान भी सामने आया है. संगठन ने योगी सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए शनिवार को कहा कि यह ‘‘भेदभावपूर्ण और सांप्रदायिक’’ फैसला है. साथ ही ये संविधान में निहित मौलिक अधिकारों का हनन भी है.